चल मन फिर चल चल मन फिर चल
मिले ऐसा हंसी वो हम सफ़र आज़म मुहब्बत का मगर वादा करे कोई। मिले ऐसा हंसी वो हम सफ़र आज़म मुहब्बत का मगर वादा करे कोई।
हां मां,मैं कर दिखलाऊंगा,खूब पढूंगा ,खूब लड़ूंगा, देश को आबाद करुंगा। हां मां,मैं कर दिखलाऊंगा,खूब पढूंगा ,खूब लड़ूंगा, देश को आबाद करुंगा।
अपने उपर भरोसा रखना अपने उपर भरोसा रखना
हवा संग चलता चला गया बहाव संग बहता चला गया। हवा संग चलता चला गया बहाव संग बहता चला गया।
दर्द की लौ कैसे बुझाऊ दर्द की लौ कैसे बुझाऊ